मंगल मूरति, मारुति नंदन सकल अमंगल मूल निकंदन
1मंगल मूरति, मारुति नंदन
सकल अमंगल मूल निकंदन
पवन तनय, संतन हितकारी
हृदय विराजत अवध बिहारी मंगल मूरति, मारुति नंदन
मात पिता, गुरु, गणपति, सारद
शिवा समेत शंभु, शुक, नारद मंगल मूरति, मारुति नंदन
चरण कमल बंदौ सब काहू
देहु राम पद नेह निबाहू मंगल मूरति, मारुति नंदन
बंदौ राम, लखन, बैदेही
जो तुलसी के परम सनेही मंगल मूरति, मारुति नंदन
जय जय जय हनुमान गोसाई
कृपा करहु, गुरुदेव की नाई मंगल मूरति, मारुति नंदन
साधु संत के तुम रखवारे
असुर निकंदन, राम दुलारे मंगल मूरति, मारुति नंदन
सादु संत के हनुमत प्यारे
भक्त ह्रदय श्री राम दुलारे♪
राम रसायन पास तुम्हारे
सदा रहो प्रभु राम दुआरे
तुम्हरी कृपा से हनुमत वीरा
सादरी विपत्ति टली
जय जय जय बजरंग बलि
(महावीर हनुमान गोसाई)
मंगल मूरति, मारुति नंदन
सकल अमंगल मूल निकंदन
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